अब तो छोडो फ़ास्ट फूड्स .....|| क्या वास्तव में हम अपनी जीवन शैली को लेकर जागरूक है ||

यह कहना गलत नहीं होगा की हमारा भोजन और जीवन शैली का सीधा असर हमारी मानसिक स्तिथि और स्वस्थ पर पड़ता है | मधुमेह , कोलेस्ट्राल और उच्च रक्तचाप जैसी बीमारियों के मामले पहले जहा लगभग 40 वर्ष की उम्र के बाद सामने आते है | वाही आज 25 से 30 वर्ष की उम्र वाले लोग इन बीमारियों से ग्रस्त हो रहे है |

यह बात हमे सोचने पर मजबूर करती है  कि क्या वास्तव में हम अपनी जीवन शैली को लेकर जागरूक हो रहे है|
खानपान में  बदलाव  -
देश पिछले कुछ दशको में लोगो की खानपान की प्रवृतियो  में काफी बदलाव आया है | भारतीयों  की खानपान की आदतों पर कुछ हद तक धार्मिक मान्यताओ का प्रभाव था , परन्तु अब आहार धीरे-धीरे सुविधा  पर आधारित होता जा रहा है | सुविधाजनक भोजन जहां बनाने में  आसान और स्वादिस्ट होता है| वही अब यह एक फैशन भी बनता जा रहा है | समय की कमी और मानसिक तनाव सबसे आम बहाना है  इन सुविधाजनक खाद्य पदार्थो के सेवन करने का | आजकल चिप्स , कोल्ड ड्रिंक्स , बिस्किट्स , पिज़्ज़ा , बर्गर , नुडल्स , चौमिंग और समोसा बहुत कम उम्र से ही लोगो के रोजमर्रा के आहार का हिस्सा बन जाते है | उदाहरण के तौर पर बच्चो के बिच कोल्ड ड्रिंक्स का खपत पिछले 20 वर्षो में लगभग 300 प्रतिशत से ज्यादा बढ़ चुकी है | शारीरिक गतिविधियों में कमी और आसानी से उपलब्ध सुविधाजनक खाद्य पदार्थ बीमारियों को बढ़ावा दे रहे है |

पोषक तत्वों का आभाव -
इन दिनों मैगी में लेड और मोनो सोडियम ग्लुटामेंट की अत्यधिक मात्रा चर्चा का विषय है , परन्तु क्या मैगी में मैदे और सोडियम की मात्रा से हम अज्ञान थे ? अधिकतर जंकफूड्स या टू मिनट्स नुडल्स में न तो सही मात्रा में प्रोटीन होता है और नहीं कोई पोषक तत्व | इनमे सोडियम , ट्रांस फैट्स , शुगर और मैदा की मात्रा अधिक होती है | गौर करने वाली बात यह है की इन अस्स्वथ्कर आहार को पौष्टिक भोजन के रूप में दर्शाकर विगापनो के माध्यम से बढ़ावा दिया जाता है | 
तो ये है जायकेदार हेल्दी फूड्स -
खानपान से सम्बन्धित आदतों को सुधारने के लिए आपको स्वाद से समझौता करने की आवश्यकता नहीं है | जरुरत है हेल्दी फ़ूड को रोचक बनाने की| उदहारण के तौर पर ............
आलू टिक्की का विकल्प : - इसके बजाय सोयाबीन की टिक्की खाए और सब्जी के कबाब खाए |
मैदे के मोमोज का विकल्प : - गेहू के आटे का  मोमोज खाए और मोमोज में सब्जी डाले |
सूजी की इडली का विकल्प : - इसके स्थान पर ओट्स की इडली बनाये | ओट्स में फाइबर होता है और यह इडली स्वादिस्ट भी होती है |
कैचप का विकल्प : - पुदीने का या धनिये की चटनी का प्रयोग करे | सलाद में मेयोनीज की जगह निम्बू, हंग कर्ड (दही का पानी निकलकर ) का प्रयोग करे |
मैदे से बनी खाद्य वस्तुवो के स्थान पर फलो का सेवन करना सेहत के लिए लाभप्रद है |